हे! प्रिय सांवरिया श्यामसुन्दर, हे! अपने प्रेमियों के एक मात्र जीवन आधार, हे! दिव्य प्रेम के आधार बिंदु, जब से हम आपसे प्रीत कर बैठे है, तब से आपके श्री दर्शनों की तृष्णा इन नयनो में नित निरंतर बनी हुई है...
क्या करे ओ मेरे साँवरे! तेरे बिना, तो अब ये जी भी नहीं लगता, यह नित निरंतर विरह की वेदना रूपी अग्नि से संतप्त हो रहा है... हे! प्यारे श्यामसुन्दर, आपके इन विरह व्यथित प्रेमी पर दया कर अपने श्री चरणों की छाँव प्रदान कीजिये...
साँवरे बिन तुम्हारे, ये जी न लगे, साँवरे बिन तुम्हारे, ये जी न लगे...
आओ पास हमारे, ये जी न लगे, आओ पास हमारे, ये जी न लगे...
ज़ज्बात दिल के तुझको सुनाने, ओ आया साँवरे...
तुम न सुनो तो, किसको सुनाऊ, ओ बोलो साँवरे...ओ भीगे नयन हमारे, ये जी न लगे...
ओ भीगे नयन हमारे, ये जी न लगे...
साँवरे बिन तुम्हारे, ये जी न लगे, साँवरे बिन तुम्हारे, ये जी न लगे...
आओ पास हमारे, ये जी न लगे, आओ पास हमारे, ये जी न लगे...
सब भक्तो ने मिलकर, तुझको श्रृंगारा, ओ प्यारे साँवरे...
चांदनी कैसी बिन चंदा की, ओ बोलो साँवरे...तेरे आगे फीके चाँद-सितारे, ये जी लगे...
तेरे आगे फीके चाँद-सितारे, ये जी लगे...
साँवरे बिन तुम्हारे, ये जी न लगे, साँवरे बिन तुम्हारे, ये जी न लगे...
आओ पास हमारे, ये जी न लगे, आओ पास हमारे, ये जी न लगे...
सामने में मेरे बैठके ओ साँवरे, मुस्कराइये...
'नंदू" प्रेम पुकारे, ये जी न लगे...
"नंदू" प्रेम पुकारे, ये जी न लगे...
साँवरे बिन तुम्हारे, ये जी न लगे, साँवरे बिन तुम्हारे, ये जी न लगे...
आओ पास हमारे, ये जी न लगे, आओ पास हमारे, ये जी न लगे...
!! जय जय श्री सांवरा श्यामसुन्दर !!
जय जय श्री सांवरा श्यामसुंदर !
ReplyDeleteप्रिय बंधुवर मुकेश अग्रवाल जी
सादर सप्रेम जय श्री कृष्ण !
बहुत सुंदर गीत के लिए बधाई और आभार …
शुभकामनाओं सहित …
- राजेन्द्र स्वर्णकार
बहुत सुंदर भाव .. श्री राधेश्याम ..!
ReplyDelete*”˜˜”*•..•♥•._˜”*°♥♥♥°*”˜.•♥•. _.•*”˜˜”*
ReplyDeleteकृष्ण(_¸.♥’´(_¸*.¸श्री राधे !!¸*.¸_)`’♥.¸_)कृष्ण
कृष्ण (_¸.♥’´(_¸.*’¸.**.¸’*.¸_)`’♥.¸_)राधे`कृष्ण
`कृष्ण-’(_¸.♥’´(_¸.**.¸_)`’♥.¸_)राधे`कृष्ण
राधे`कृष्ण-`(_¸.♥ ‘♥.¸_)श्री कृष्ण: शरणम् मम:!!
.•♥•.══◄.•♥•.श्री कृष्ण: शरणम् मम:!!.•♥•.►══.•♥•.
*”˜˜”*•.•♥•..•*˜”*°श्री राधे !!°*”˜*•..•♥•..•*”˜˜”*