ओ मनमोहन, ओ सुन्दर चितवन वाले मेरे प्रिय श्यामसुन्दर आपके श्री चरणों में हर क्षण यही एक मेरी प्रार्थना है, कि...
हर घड़ी हर पल, तेरा साथ चाहिए...
दिन हो या रात, मुलाक़ात चाहिए...
हर घड़ी हर पल, तेरा साथ चाहिए...
तुमसा गर हो साथी, तो फिर क्या बात है...
हो जाती पूरी मन की, सारी मुराद है...
मन को मनमोहन, का साथ चाहिए...
हर घड़ी हर पल, तेरा साथ चाहिए...
मनमोहन हो साथ, खुशियाँ सौगात है...
दुल्हे के पीछे ही, सारी बारात है...
बाराती को दुल्हे का, साथ चाहिए...
हर घड़ी हर पल, तेरा साथ चाहिए...
मिला जो तेरा साथ, हाथों को हाथ है...
आज मेरी ख़ुशी का, यही तो राज है...
'टीकम' को तुमसा, हमराज चाहिए...
हर घड़ी हर पल, तेरा साथ चाहिए...
हर घड़ी हर पल, तेरा साथ चाहिए...
दिन हो या रात, मुलाक़ात चाहिए...
हर घड़ी हर पल, तेरा साथ चाहिए...
!! जय जय श्री यशोदानंदन मनमोहन नन्दलाल की !!
!! जय जय श्री मोरवीनंदन खाटू श्याम जी की !!
भाव के रचियता : "श्री महाबीर सराफ जी"
बहुत सुन्दर प्रस्तुति।
ReplyDeleteकान्हा को नमन्।
दीप पर्व की हार्दिक शुभकामनायें।
धन्यवाद दीदी...आपको भी दीपावली की हार्दिक शुभकामनाये...
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