Photo Copyrighted by 'Syamarani Dasi' used with Permission
श्री चैतन्य महाप्रभु जी और श्री नित्यानंद महाप्रभु जी, श्री हरि नाम संकीर्तन करते हुए और इस संसार में " हरे कृष्ण हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण हरे हरे.... हरे राम हरे राम, राम राम हरे हरे " महामंत्र का उदघोष करते हुए.... श्रीमन चैतन्य महाप्रभु जी और नित्यानंद महाप्रभु जी, इस वसुंधरा पर अज्ञान रूपी अंधकार को मिटा और जन जन के ह्रदय में श्री कृष्ण की भक्ति रूपी प्रकाश को प्रकाशित करने हेतु सूर्य और चन्द्र की भांति अवतरित हुए...
हरे कृष्ण हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण हरे हरे...
हरे राम हरे राम, राम राम हरे हरे ...
हरे कृष्ण हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण हरे हरे...
हरे राम हरे राम, राम राम हरे हरे ...
हरे कृष्ण हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण हरे हरे...
हरे राम हरे राम, राम राम हरे हरे ...
हरे कृष्ण हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण हरे हरे...
हरे राम हरे राम, राम राम हरे हरे ...
हरे कृष्ण हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण हरे हरे...
हरे राम हरे राम, राम राम हरे हरे ...
हरे कृष्ण हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण हरे हरे...
हरे राम हरे राम, राम राम हरे हरे ...
हरे कृष्ण हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण हरे हरे...
हरे राम हरे राम, राम राम हरे हरे ...
हरे कृष्ण हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण हरे हरे...
हरे राम हरे राम, राम राम हरे हरे ...
हरे कृष्ण हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण हरे हरे...
हरे राम हरे राम, राम राम हरे हरे ...
हरे कृष्ण हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण हरे हरे...
हरे राम हरे राम, राम राम हरे हरे ...
हरे कृष्ण हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण हरे हरे...
हरे राम हरे राम, राम राम हरे हरे ...
हरे कृष्ण हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण हरे हरे...
हरे राम हरे राम, राम राम हरे हरे ...
हरे कृष्ण हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण हरे हरे...
हरे राम हरे राम, राम राम हरे हरे ...
हरे कृष्ण हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण हरे हरे...
हरे राम हरे राम, राम राम हरे हरे ...
हरे कृष्ण हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण हरे हरे...
हरे राम हरे राम, राम राम हरे हरे ...
हरे कृष्ण हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण हरे हरे...
हरे राम हरे राम, राम राम हरे हरे ...
My Heartiest Prayer unto the Lotus Feet of My Shyamsundar Ji...
O My Krishn... O My Shyamsundar....O My Govinda...... When will my eyes be decorated with tears of love flowing constantly when I chant Your holy name? When will my voice choke up, and when will the hairs of my body stand on end at the recitation of Your name?
O My Krishn...O My Shyamsundar...O My Govinda.... I am Your eternal servitor, yet somehow or other I have fallen into the ocean of birth and death. Please pick me up from this ocean of death and place me as one of the atoms at Your lotus feet....
!! Jai Jai Shree Shyamsundar Ji !!
!! Jai Jai Shree Gaura Nitai !!
Dandavat pranams Prabhu,
ReplyDeletePlease be informed that the picture of Gaur Nitai that you are using on your blog is copyrighted and you need the permission of the original artist to use it. Her e-mail is syamarani@gmail.com
Thank you, Nityananda das