वृंदावन के यमुना तट के निकुंजो में अक्सर श्री श्यामसुन्दर अपनी मुरली की धुन से समस्त सखियों सहित श्री राधेरानी का आहवाहन करते थे, साँवरिये की मुरली की मधुर धुन सुन समस्त सखियों सहित राधे रानी आनायास ही श्यामसुन्दर के समीप खीची चली आती थी.... परन्तु आज उन निकुंजो में श्यामसुन्दर नहीं है... पूर्णिमा की रात्रि में श्री यमुना का शीतल जल शांतचित्त हो प्रवाहित हो रहा है.... शुक और सरी दोनों ही कदम्ब की डारी पे बैठे है और श्री राधे रानी अकेली खड़ी श्री श्यामसुन्दर की प्रतीक्षा कर रही है, लेकिन साँवरिया श्यामसुन्दर न आये...
काफी समय प्रतीक्षा करने के बाद श्री राधे रानी ने सोचा, आज तो अपने साँवरिये को मुझे स्वयं बुलाना पड़ेगा, सो उन्होंने अपने श्री चरणों में बंधी पायल को धरती से बार बार स्पर्श कराते हुए बजाई, और जैसे ही श्री श्यामसुन्दर के कर्णो में श्री राधे रानी के पायल के मधुर ध्वनि त्वरित हुई, वे अपने आप को रोक न सके और दोड़े चले आये, अपनी प्रिया राधेरानी के पास... और उसके बाद क्या हुआ, वो आप लोग स्वयं अनुभव करे...
राधे ने पायल बजाई, कि दोड़े चले आये कन्हाई...
आये कन्हाई, देखो दोड़े आये कन्हाई...राधे ने पायल बजाई, कि दोड़े चले आये कन्हाई...
आये कन्हाई, दोड़े आये कन्हाई...
राधे का समझे, कान्हा इशारा...
पायल के घुंघरू ने, उसको पुकारा...
उसको पुकारा, देखो उसको पुकारा...
राधे ने चूड़ी खनकाई, कि दोड़े चले आये कन्हाई...
राधे ने पायल बजाई, कि दोड़े चले आये कन्हाई...
आये कन्हाई, दोड़े आये कन्हाई...
कान्हा की मुरली पे, पायलिया बाजे...
पायलिया बाजे तो, साँवरिया नाचे...
साँवरिया नाचे, मेरा साँवरिया नाचे...
राधे ने चुनरी लहराई, कि दोड़े चले आये कन्हाई...
राधे ने पायल बजाई, कि दोड़े चले आये कन्हाई...
आये कन्हाई, दोड़े आये कन्हाई...
राधे का बन गया, श्याम दीवाना...
शमा है राधे तो, श्याम परवाना...
श्याम परवाना, मेरा श्याम परवाना...
राधे ने चुटकी बजाई, कि दोड़े चले आये कन्हाई...
राधे ने पायल बजाई, कि दोड़े चले आये कन्हाई...
आये कन्हाई, दोड़े आये कन्हाई...
राधे ने पायल बजाई, कि दोड़े चले आये कन्हाई...
आये कन्हाई, दोड़े आये कन्हाई...
!! जय जय श्री राधा श्यामसुन्दर जी !!
hare krishna prabhu superb work done by u hats off to you
ReplyDeletehare krishna prabhuji
ReplyDeletesuperb work done by u
hats off to u
बधाई हो मुकेश जी इन भजनों की सीडी कहाँ और किस नाम से मिलेगी। कृपया बतलाएँ। मेरा मेल आई डी है। मेरी साइट पर भी जरूर जायें।
ReplyDeletedropvermaji@gmail.com
http://flaxindia.blogspot.in/2010/07/blog-post_16.html
डॉ. ओम